कुछ खट्टी, कुछ मीठी होती है टीनेज। इसकी खुशबू उम्र भर याद रहती है क्योंकि इसी वक्त में टीनेजर्स कई चीज लाइफ में पहली बार करते हैं।
मन में नए-नए सवालः टीनेजर उम्र का ऐसा पड़ाव है जो मन में कई तरह के सवाल पैदा करता है। शिक्षा, समाज, खेल, प्रेम हर बिंदु में यह उम्र अपने सवालों के जवाब तलाशती है। जो कुछ इस तरह है...........
मनमानी मनमानी
टीनेजर्स के अंदर सवाल आना लाजिमी है लेकिन इस उम्र में बेपरवाही भी उनके साथ चलती है। कई बार देखा गया है कि इस उम्र के लड़के लड़कियां अपनी ही दुनिया में खो जाना चाहते हैं। जो अच्छा लगे उसे करना ही है दुनिया की फिक्र किसे!
उत्सुकता
इस उम्र में टीनेजर कई बार एक्साइटमेंट के शिकार भी हो जाते हैं। सेक्स, नशा, बाकी चीजें उन्हें आकर्षित करती हैं। हर चीज को जानने की एक्साइटमेंट कई बार भटकाव की वजह बन जाती है।
दोस्ती
अब तक घर-परिवार के बीच रहे लड़के और लड़कियां अब दोस्तों के साथ जिंदगी जीते हैं। ऐसे मोड़ पर दोस्ती काफी अहमियत रखती है। इस उम्र में जो सिखाती है दोस्ती ही सिखाती है। कहावत भी है जैसी संगत, वैसी रंगत!
सेक्स नॉलेज
दरअसल, भारतीय समाज में माता-पिता आज भी बच्चों के साथ सेक्स जैसे विषय पर बात हीं करते हैं और न ही स्कूल में बच्चों को इस विषय में समुचित ज्ञान मिल पाता है। इस वक्त में, इंटरनेट, फ्रेंड्स, इत्यादि माध्यमों से टीनेजर्स अपनी उत्सुकता को शांत करते हैं।
बुरा असर
इस उम्र में नादानी कई बार मुश्किल में डाल देती है। बुरी संगत और माहौल ही कई बार परेशानी का कारण बन जाता है। लड़कियां और लड़कें दोनों को ही हमेशा सजग रहना चाहिए। और हां, बड़ों की बात कभी अनसुना न करें
शरीर में आने वाले परिवर्तन
इस उम्र में लड़कियां और लड़के दोनों के ही शरीर में परिवर्तन का दौर शुरू हो जाता है। किसी भी तरह की परेशानी में माता-पिता को बच्चों का हमेशा ख्याल रखना चाहिए और बच्चों को भी अपनी हर बात पैरंट्स से जरूर शेयर करनी चाहिए।
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